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योगी मंत्रिमंडल के सामाजिक समीकरण के मायने

योगी मंत्रिमंडल के सामाजिक समीकरण के मायने
 
उत्तर प्रदेश सरकार का गठन करते समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जाति समीकरण का पूरा ध्यान रखा है। उन्होंने स्वयं सहित 20 ओबीसी, 8 अनुसूचित जाति, 1 अनुसूचित जनजाति, 23 सवर्ण और 1 मुस्लिम समुदाय के मंत्रियों को 53 सदस्यीय मंत्रिमंडल में जगह दी है। इसका पूरा विवरण निम्नलिखित तालिका में देखा जा सकता है:
 
आदित्यनाथ योगी - मुख्यमंत्री (ठाकुर सवर्ण)

केशव प्रसाद मौर्य - उप मुख्यमंत्री (काच्छी ओबीसी)
ब्रजेश पाठक - उप मुख्यमंत्री (ब्राह्मण सवर्ण)

कैबिनेट मंत्री
सूर्य प्रताप शाही - (भूमिहार ठाकुर सवर्ण)
सुरेश कुमार खन्ना - (पंजाबी खत्री सवर्ण)
स्वतंत्र देव सिंह - (कुर्मी ओबीसी)
बेबी रानी मौर्य - (जाटव अनुसूचित जाति)
लक्ष्मी नारायण चौधरी - (जाट ओबीसी)
जयवीर सिंह - (ठाकुर सवर्ण)
धर्मपाल सिंह - (लोधी ओबीसी)
नंद गोपाल नंदी - (गुप्ता वैश्य सवर्ण)
भूपेंद्र सिंह चौधरी - (जाट ओबीसी)
अनिल राजभर - (राजभर ओबीसी)
जितिन प्रसाद (ब्राह्मण सवर्ण)
राकेश सचान ब्राह्मण (कुर्मी ओबीसी)
अरिवंद कुमार शर्मा (भूमिहार ब्राह्मण सवर्ण)
योगेंद्र उपाध्याय (ब्राह्मण सवर्ण)
आशीष पटेल (कुर्मी ओबीसी )
संजय निषाद  (मल्लाह ओबीसी)

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

नितिन अग्रवाल (वैश्य सवर्ण)
कपिल देव अग्रवाल (वैश्य सवर्ण)
रवींद्र जायसवाल (कलवार वैश्य सवर्ण)
संदीप सिंह (लोधी ओबीसी)
गुलाब देवी (धोबी अनुसूचित जाति)
गिरीश चंद्र यादव (यादव ओबीसी)
धर्मवीर प्रजापति (प्रजापति ओबीसी)
असीम अरुण (जाटव अनुसूचित जाति)
जयेंद्र प्रताप सिंह (जेपीएस) राठौर (ठाकुर सवर्ण)
दयाशंकर सिंह (ठाकुर सवर्ण)
नरेंद्र कश्यप (कहार ओबीसी) 
दिनेश प्रताप सिंह (ठाकुर सवर्ण)
अरुण कुमार सक्सेना (कायस्थ सवर्ण)
दयाशंकर मिश्र दयालु (ब्राह्मण सवर्ण)


राज्यमंत्री
मयंकेश्वर शरण सिंह (ठाकुर सवर्ण)
दिनेश खटीक (खटीक अनुसूचित जाति)
संजीव गोंड (गोंड अनुसूचित जनजाति)
बलदेव सिंह ओलख (सरदार पंजाबी)
अजीत पाल (गडरिया ओबीसी)
जसवंत सैनी (सैनी ओबीसी)
रामकेश निषाद (मल्लाह ओबीसी)
मनोहर लाल मन्नू कोरी (कोरी अनुसूचित जाति)
संजय गंगवार (कुर्मी ओबीसी)
बृजेश सिंह (ठाकुर सवर्ण)
के पी मलिक (जाट ओबीसी)
सुरेश राही (पासी अनुसूचित जाति)
सोमेंद्र तोमर (गुर्जर ओबीसी)
अनूप प्रधान वाल्मीकि (वाल्मीकि अनुसूचित जाति)
प्रतिभा शुक्ला (ब्राह्मण सवर्ण)
राकेश राठौर गुरू (तेली ओबीसी)
रजनी तिवारी (ब्राह्मण सवर्ण)
सतीश शर्मा (ब्राह्मण सवर्ण)
दानिश आजाद अंसारी (मुस्लिम)
विजय लक्ष्मी गौतम (जाटव अनुसूचित जाति)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित मंत्रिमंडल में कुल 23 सवर्ण समुदाय के मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें  8 ब्राह्मण और भूमिहार, 7 वैश्य- पंजाबी और कायस्थ  और 8 ठाकुर और भूमिहार मंत्रियों को जगह मिली हैI
 
8 ठाकुर और भूमिहार मंत्रियों के नाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जयवीर सिंह और सूर्य प्रताप शाही भूमिहार सहित 3 ठाकुर कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। वहीं 3 ठाकुर स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री बनाए गए हैं, जिनमें जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, दिनेश प्रताप सिंह हैं और 2 ठाकुर राज्यमंत्री बने हैं, जिनमें बृजेश सिंह, मयंकेश्वर शरण सिंह हैं।
 
8 ब्राह्मण और भूमिहार मंत्रियों के नाम 
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, जितिन प्रसाद और योगेंद्र उपाध्याय और भूमिहार ब्राह्मण अरविंद कुमार शर्मा सहित चार ब्राह्मण कैबिनेट मंत्री बने हैं। एक ब्राह्मण दयाशंकर मिश्रा दयालु स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाए गए हैं। और 3 ब्राहमण राज्यमंत्री के रूप में प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी और सतीश शर्मा ने शपथ ली है। 
 
7 वैश्य-पंजाबी और कायस्थ मंत्रियों के नाम
दो कैबिनेट मंत्री वैश्य समुदाय से नंदगोपाल नंदी (गुप्ता) और सुरेश कुमार खन्ना (पंजाबी) बनाए गए हैंI 4 वैश्य स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री बने हैं उनमें नितिन अग्रवाल, कपिलदेव अग्रवाल, रवींद्र जायसवाल और अरुण कुमार सक्सेना के नाम शामिल हैं। और एक राज्य मंत्री के रूप में बलदेव सिंह ओलख (पंजाबी) ने शपथ ग्रहण की है।
 
20 ओबीसी मंत्रियों के नाम
20 ओबीसी मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें 9 कैबिनेट मंत्री बने हैं; केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया गया है। इसके अलावा 8 ओबीसी कैबिनेट मंत्री बने हैं, जिनमें कुर्मी समाज से स्वतंत्र देव सिंहराकेश सचान और अपना दल कोटे से आशीष पटेल को जगह मिली है। जाट समुदाय से लक्ष्मी नारायण चौधरी और भूपेंद्र सिंह चौधरी कैबिनेट मंत्री बने हैं। इसके अलावा राजभर समाज से अनिल राजभर, निषाद समुदाय से संजय निषाद और लोध समुदाय से धर्मपाल सिंह मंत्री बने हैं। 4 ओबीसी स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री बनाये गए हैं जिनमें लोध समुदाय से संदीप सिंह, कहार समाज से नरेंद्र कश्यप, यादव समुदाय से गिरीश चंद्र यादव और प्रजापति जाति से धर्मवीर प्रजापति, मंत्री बने हैं। वहीं, 7 राज्यमंत्री ओबीसी बने हैं, जिनमें गड़रिया समाज से आने वाले अजीत पाल, सैनी समुदाय से जसवंत सैनी, निषाद समाज से रामकेश निषाद, जाट समुदाय से केपी मलिक, कुर्मी समुदाय से संजय गंगवार, गुर्जर समुदाय से सोमेंद्र तोमर और तेली समुदाय से राकेश राठौर गुरु को जगह दी गई है |
 
9 अनुसूचित जाति/ जनजाति मंत्रियों के नाम 
अनुसूचित जाति में से मात्र एक कैबिनेट मंत्री के तौर पर बेबीरानी मौर्य को जगह मिली है जो जाटव समुदाय से आती हैं। दो मंत्री स्वतंत्र प्रभार के बनाए गए हैं जिनमें जाटव समाज से पूर्व आईपीएस असीम अरुण और धोबी समाज से गुलाब देवी को बनाया गया है। वहीं, 6 राज्यमंत्री बनाए गए हैं जिनमें खटीक समाज से दिनेश खटिक, आदिवासी समाज से संजीव गौड़, पासी समुदाय से सुरेश राही और जाटव समाज से विजय लक्ष्मी गौतम, वाल्मीकि समुदाय से अनूप प्रधान और कोरी समाज से मनोहर लाल मन्नू कोरी फिर से राज्यमंत्री बने ह
 
मुस्लिम एक मात्र मंत्री का नाम
मुस्लिम समुदाय से भी एक मंत्री बनाए गए हैं, जिसमें दानिश आजाद अंसारी को राज्यमंत्री बनाया गया है।
 
मतलब साफ है कि - 
योगी मंत्रिमंडल में बिठाए गए सामाजिक समीकरणों के सहारे बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव को साधने की रणनीति पर बढ़ रही है। इसी रणनीति के तहत योगी सरकार ने पहला बड़ा फैसला लिया है- जिसमें अगले 3 महीनों के लिए फ्री राशन योजना, यूपी के 15 करोड़ लोगों के लिए जारी रखी है।